संयुक्त अरब अमीरात में हज़ारों की संख्या में भारतीय प्रवासी काम किया करते हैं और यहाँ भारतीय अगर कुछ अपराध करते हैं तो उन्हें सजा भी मिलती है जेल भी होती है. वहीँ एक भारतीय बेक्स कृष्णन को दोषी पाए जाने के बाद सलाखों के पीछे गया मगर कुछ हो सालों में जेल से रिहा भी हो गया.
केरल के इस व्यक्ति ने मुआवज़ा दिया 1 करोड़
दरअसल कृष्ण ने एक सड़क हादसे में सूडानी लड़के की जान ले ली थी. कार चलाते हुए बच्चों के एक समूह को टक्कर मार दी थी। कृष्णन पर एक सूडानी लड़के की हत्या का दोषी पाए जाने के बाद यूएई की सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा दी थी. साल 2012 में एक सड़क हादसे में एक सूडानी लड़के की हत्या के दोषी को प्रवासी कारोबारी एम ए यूसुफ अली ने एक करोड़ रुपये मुआवजा देकर उसे जेल से रिहा करा लिया।
कृष्णन के परिवार ने लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली से किया संपर्क
45 वर्षीय व्यक्ति केरल का रहने वाला था और साल 2012 में उसने इस हादसे को अंजाम दिया था. इसके बाद से कृष्णन के परिजन और मित्र उसे रिहा कराने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए, क्योंकि पीड़ित का परिवार अपने देश सूडान लौट चुका है और सूडानी परिवार केस वापस नहीं ले सका. इसके बाद कृष्णन के परिवार ने लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली से संपर्क किया और उन्होंने पीड़ित का परिवार जनवरी 2021 में कृष्णन को माफी देने के लिए अंतत: तैयार हो गया। इसके बाद यूसुफ अली ने कृष्णन की रिहाई के लिए अदालत में पांच लाख दिरहम (करीब एक करोड़ रुपए) मुआवजा दिया।