एक वकील की गिरफ्तारी पर क्यों भिड़े अमेरिका और UAE ? एक दूसरे के खिलाफ जमकर दे रहे बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति के सऊदी अरब आने के बाद कई तरह की चर्चाये हुई और इन चर्चाओं में जमाल के हत्या का भी मुद्दा सामने आया. तुरंत बाइडेन के रवाना होते ही संयुक्त अरब अमीरात जमाल के एक वकील को गिरफ्तार कर लिया और सजा को लेकर बहस छिड़ गई है। इस वकील का नाम आसिम गफूर है, जिसने सऊदी आलोचक और पत्रकार जमाल खशोगी का केस लड़ा था। यूएई की अदालत ने वकील को मनी लॉन्डरिंग और टैक्स चोरी के आरोपों में तीन साल की कैद की सजा सुनाई है।

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फैसले के बाद अमेरिका ने यूएई की आलोचना की

इसी फैसले के बाद अमेरिका ने यूएई की आलोचना की थी, जिसके बाद यूएई ने कहा कि उसने वकील को अमेरिका के कहने पर गिरफ्तार किया था। अब अमेरिका ने कहा है कि उसने दिवंगत पत्रकार जमाल खशोगी के पूर्व वकील की गिरफ्तारी की मांग नहीं की थी। गफूर ने यूएई की सरकार के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें अतीत के किसी कालखंड में गैरहाजिरी के दौरान इन आरोपों पर दोषी ठहराये जाने का बिल्कुल भान नहीं था।

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जानिए कैसे हुआ जमाल खशोगी का वकील गिरफ्तार

गफूर गुरुवार को जब एक शादी में शामिल होने दुबई के रास्ते इंस्ताबुल जा रहे थे तब पुलिस दुबई हवाई अड्डे पर उन्हें गिरफ्तार कर अबू धाबी हिरासत केंद्र ले गयी थी। UAE ने यह कहते हुए इसे सीमापार अपराध का मुकाबला करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर उठाया कदम बताया था कि अमेरिकी अधिकरियों ने गफूर के खिलाफ कथित कर चोरी एवं संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जांच में उससे मदद का अनुरोध किया था।

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गफूर वाशिंगटन स्थित ‘‘डेमोक्रेसी फॉर अरब वर्ल्ड नामक नाउ’’ मानवाधिकार संगठन से जुड़े हैं

अमेरिका ने यूएई के इस बयान का प्रतिवाद किया। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसने गफूर की गिरफ्तारी की मांग नहीं की थी और इससे संबंधित अतिरिक्त सवाल न्याय विभाग से किये जाएं। वैसे न्याय विभाग ने इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है। गफूर वाशिंगटन स्थित ‘‘डेमोक्रेसी फॉर अरब वर्ल्ड नामक नाउ’’ मानवाधिकार संगठन से जुड़े हैं और असंतुष्ट लेखक एवं वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार खशोगी के अच्छे मित्र रहे हैं.

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