जैसा कि पूरी दुनिया में सऊदी अरब देश अपने सख्त कानून के वजह से जाना जाता है. यहाँ के कानून इतने कड़े हैं कि छोटी सी चोरी करने पर भी गंभीर अपराध जैसी सज़ाओं का प्रवधान हैं. सजा ए मौत तो यहाँ मानो हर दूसरे अपराधी को छोड़कर तीसरे अपराधी को दिया जाता है. मगर अब इसी सजा ए मौत के कणों में संशोधन किया गया है.
सऊदी अरब में हटाया गया सजा ए मौत
सऊदी अरब के किंग सलमान ने नाबालिगों के किसी भी गंभीर अपराध पर उन्हें अब सजा-ए-मौत नहीं देने का फरमान जारी किया है। किंग प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने सऊदी अरब में कट्टर इस्लामिक दंड प्रावधानों में बदलाव किया गया। इस्लामिक कानूनों के बेहद कट्टरपंथी वहाबी मान्यताओं के विपरीत सऊदी अरब ने यह कदम उठाया है।
प्रिंस मुहम्मद वैश्विक स्तर पर सऊदी अरब की छवि में लाएगी सुधार
किंग सलमान के आदेश से देश के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के कम से कम छह मुसलमानों की मौत की सजा खत्म हो जाएगी। यह सभी 18 साल से कम आयु के हैं और उन पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने का आरोप है. अपने देश में कुछ घरेलू विरोध के बीच क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान वैश्विक स्तर पर सऊदी अरब की छवि में सुधार लाने की कोशिश की है. दरअसल सऊदी सरकार ने ये कानून साल 2020 में ही लागू कर दिया था जिसके बाद से थोड़ी राहत मिली है.