भारतीय समेत सभी विदेशी हज कंपनियों को लाइसेंस जारी करने के लिए ख़ास शर्तों का ऐलान !

सऊदी हुकूमत ने भारतीय समेत सभी विदेशी हज कंपनियों को लाइसेंस के लिए ख़ास शर्तों का किया ऐलान !

अस्सलाम अलैकुम।।।।।।।।।।।।।।।।। मैं अंदलीब अख्तर और आप देख रहे हैं Daily Saudi news !

सऊदी अरब के हज मंत्रालय ने विदेशी हज कंपनियों को लाइसेंस जारी करने की शर्तें जारी की हैं। जहाँ हज और उमराह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘आगामी हज सीजन के दौरान तवाफा कंपनियों के तहत काम करने वाली कंपनियों के लिए लाइसेंस जारी किए जाएंगे। बता दे कि नई कंपनियां दशकों से तीर्थयात्रियों को सुविधाएं देने वाली फील्ड सेवा एजेंसियों की जगह लेंगी।

वहीँ हज मंत्रालय का कहना है कि लाइसेंस की अवधि पांच साल होगी और इसे बढ़ाया भी जा सकता है। इस साल लाइसेंस जारी करने के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 24 दिसंबर है। मंत्रालय के मुताबिक लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाली कंपनी का मालिक और मैनेजर सऊदी होगा. साथ ही एक लाख तीर्थयात्रियों को सेवा देने वाली कंपनी की न्यूनतम पूंजी पचास लाख रियाल होनी चाहिए।

एक शर्त यह भी रखी गई है कि कोई भी व्यक्ति जिसके खिलाफ सेवा मंत्रालय ने लापरवाही का फैसला सुनाया है, वो लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं कर सकता है। इसी तरह फीस एवं धन गारंटी की शर्तों का पालन करना भी अनिवार्य होगा। मंत्रालय का कहना है कि लाइसेंस लेने वाली कंपनी को निर्धारित नियमों के मुताबिक सुविधाएं देनी होंगी और इनमें रहने और खाने की सुविधा भी शामिल होगी।

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बता दे कि हज कंपनी की पूंजी का कम से कम 10 फीसदी सिक्योरिटी के तौर पर जमा करना होता है। इसके अलावा ठेकों का 10 फीसदी भी सुविधाओं के लिए स्थानीय बैंक में जमा कराना होगा और इसकी अवधि एक साल होगी। वहीँ इस बार के हज में महिलाओं को भी सुविधा दे दी गयी है. महरम वह पुरुष साथी होता है जो पूरे हज के दौरान महिला या बच्चे के साथ रहता है. मगर अब सऊदी अरब ने महिलाओं के अधिकारों को लेकर ऐतिहासिक फैसला लिया है। जहाँ महिलाओं को महरम या पुरुष साथी के बिना भी हज या उमराह करने की इजाजत होगी।

यह फैसले दुनियाभर के तीर्थयात्रियों पर लागू होंगे. सऊदी किंगडम ने रियाद में इस ऐतिहासिक फैसले का ऐलान किया है. सऊदी किंगडम ने कहा कि इस फैसले से महिलाओं के जीवन सरल होंगे. सऊदी किंगडम का मानना है कि इस फैसले से सामाजिक आर्थिक समस्याओं से घिरीं महिलाओं के लिए हज और उमराह करना आसाना होगा. इस्लाम धर्म में कहा जाता है कि, जो लोग इसके काबिल हैं, या जो इसके खर्च वहन कर सकते हैं, उनके लिए हज करना लाजिमी है.

हज मंत्री के पूर्व सलाहकार इब्राहीम हुसैन ने कहा कि, वो महिलाएं जो हज करना चाहती हैं, कुछ के लिए महरम को साथ लाना मुश्किल हो सकता है और इसके लिए खर्च भी बढ़ सकते हैं, लेकिन इस फैसले से अब उनके लिए हज या उमराह करना आसान हो जाएगा. सऊदी हज मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि पूरे क्षेत्र में, साथ ही ट्रांसपोर्टेशन के सभी साधनों और बंदरगाहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिससे महिलाओं को हज और उमराह के दौरान अधिकर सुरक्षा मिल सकेगी.

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