सऊदी अरब में जाकर अच्छी कमाई और आराम की ज़िन्दगी गुज़ारने वालों में हज़ारों-हज़ार भारतीय शामिल हैं. परिवार से दूर रहकर कमाना और समय समय पर परिवार को पैसे भेजते रहना इनका पेशा सा बन जाता है. मगर बहुत बार किस्मत ज़्यादा देर तक साथ नहीं देती। कभी किसी का सऊदी में ही अचानक निधन हो जाता तो कभी कोई खुद की ज़िन्दगी से हार मान लेता है. जिसके बाद उनके परिवार को दर दर की ठोकरे खानी पड़ती है.
ऐसा ही एक मामला आया है जहाँ युवक संभल ज़िले का रहने वाला था. सऊदी अरब में हुई पति के निधन के बाद कर्ज लेकर कानूनी लड़ाई लड़ने वाली महिला प्रशासन की जांच पड़ताल से हताश हो गई है। उसे अपने शौहर का मुआव्वज़ा मिलेगा इसी आस में थी मगर उसे बहुत भटकना पड़ा और उसका मुआवज़ा अटक गया.
बेचारी बेवा महिला को बच्चों का पालन पोषण करने के लिए मेहनत मजदूरी कर गुजारा करना पड़ रहा है। लेनदार भी परेशान कर रहे हैं। युवक का नाम फकीरा था जो असमोली थाना क्षेत्र के गांव नरैटा मोहम्मदपुर निवासी ता और उसके पिता का नाम नौशाद था। फकीरा सऊदी अरब में मेहनत मजदूरी करने गया था। साल 2019 से साढ़े तीन साल पहले उसकी संदिग्ध अवस्था में मौ/त हो गई। पत्नी ने ह/त्या का अंदेशा जताते हुए भारतीय दूतावास से संपर्क किया.
आ/रोपी को गिर/फ्तार भी किया गया और इसमें आरोपी ने समझौता करने का आग्रह किया। इसके बाद कानूनी रूप में फैसला हुआ और आर्थिक मदद के रूप में 69,72,112 रुपये का चेक जिला प्रशासन को भेजा गया। चेक गत वर्ष के 8 दिसंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया है, लेकिन अभी तक पीड़िता को मिला है या नहीं इसकी कोई सुचना नहीं है.