सऊदी अरब में काम कर रहे भारतीय कामगारों के लिए बड़ी खबर है. अब सऊदी के अलग-अलग देशों में काम कर रहे भारतीय लोग अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे. साथ ही सऊदी अरब ने कामगारों के लिए एक नई प्रणाली शुरू की है, जिससे भारतीय लोगों को बड़ा फायदा मिल सकता है. सऊदी अरब ने जिस नई प्रणाली का ऐलान किया है, उसका नाम कफाला प्रायोजन प्रणाली है.
नौकरी के दौरान वे जब चाहें अपने देश आ-जा सकेंगे
कफाला प्रायोजन प्रणाली से सऊदी में काम कर रहे लगभग 1 करोड़ लोगों को राहत मिलने की संभावना है. अगर भारतीय कामगार अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं हैं तो वे अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे। नौकरी के दौरान वे जब चाहें अपने देश आ-जा सकेंगे. कोई रोक नहीं होगी। सऊदी में काम कर रहे लोगों की अक्सर शिकायत रहती है कि जिस काम के लिए उन्हें वीजा मिलता है, कभी-कभी वह काम नहीं देकर कुछ और कराया जाता है. वहां के कानून भारतीय लोगों को ऐसी आजादी नहीं देते जिससे कि वे अपनी नौकरी बदल सकें और जैसा काम चाहें वैसा कर सकें. इससे छुटकारा देने के लिए सऊदी अरब की सरकार ने कफाला प्रायोजन सिस्टम लागू किया है.
भारतीय कामगारों की शिकायत रही है कि कंपनियां उनका शोषण करती हैं, ज्यादा काम कराया जाता है लेकिन उसके मुताबिक पैसे नहीं मिलते. कंपनियों की इस मनमानी को खत्म करने के लिए सऊदी सरकार ने कफाला सिस्टम लागू किया है. नए नियम के मुताबिक, कंपनियों के गलत बर्ताव और शोषण की स्थिति में कामगार अब नौकरी बदल सकेंगे. वे जहां चाहें वहां अप्लाई कर नई नौकरी पा सकेंगे.
नए नियम से क्या फायदा, वीजा रद्द नहीं कर पाएंगी
सऊदी अरब में पहले भारतीय कामगारों के लिए कफाला प्रणाली लागू थी जिसमें अब सुधार किया गया है. नई प्रणाली के तहत विदेशी कामगार सऊदी अरब में सरकारी सेवा के लिए अप्लाई कर सकेंगे. कंपनियां विदेशी कामगारों के साथ क्या समझौता करती हैं, इसकी शर्तें ऑनलाइन रखी जाएंगी. इससे कामकाज में पारदर्शिता आने की संभावना है. कर्मचारी अगर नौकरी बदलने की बात रखते हैं तो कंपनियां उनका वीजा रद्द नहीं कर पाएंगी.