1. GCC के प्रत्येक नागरिकों पर नया कानून लागू ! अब ID कार्ड के साथ इस अरब देश में मिलेगी एंट्री
अरब देश बहरीन के राष्ट्रीयता, पासपोर्ट और निवास मामलों क डिपार्टमेंट NPRA ने एक ताज़ा घोषणा की है जिसमे कहा कि सभी खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के नागरिक अब बिना किसी पूर्व व्यवस्था के अपने आईडी कार्ड या पासपोर्ट के साथ बहरीन में प्रवेश कर सकते हैं. किसी तरह की कोई रोक नहीं होगी।
दरअसल यह कदम जीसीसी देशों के यात्रा दस्तावेज पद्धति के रूप में आईडी कार्ड की अनुमति देने की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के निर्णय का अनुसरण करता है. साथ ही इस फैसले से बहरीन के सभी जीसीसी देशों की यात्रा में भी आसानी होगी।
यह निर्णय जीसीसी नागरिकों को दी जाने वाली सुविधाओं के लिए है ताकि उनके लिए यात्रा प्रक्रियाओं को आसान बनाया जा सके और रिश्तेदारी, धर्म, भाषा और सामान्य भाग्य के मौजूदा रिश्तों के चलते उनके और उनके परिवारों के हितों को सुनिश्चित किया जा सके।
2. हिंदुस्तान का बेटा “ऋषि सुनक” बना ब्रिटेन का प्रधानमंत्री ! हर एक भारतवासी का सर ऊंचा
ब्रिटेन में भारत के बने प्रधानमंत्री ने सभी भारत वासियों का नाम रौशन कर दिया है. जी हाँ भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता और बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नियुक्त हो चुके हैं.
बता दे कि सुनक ने दूसरे राउंट की वोटिंग में परचम लहराया है. दूसरे चरण के वोटिंग में 101 वोटों से जीत गए हैं. वहीँ पहले राउंड की वोटिंग में सुनक को 88 वोट मिले थे. बता दें कि सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन की जगह लेने की दौड़ में अपनी पकड़ मजबूत बना ली है. भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ब्रिटेन के पीएम पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. ऋषि सुनक फिलहाल ब्रिटेन के वित्त मंत्री हैं. भारत से उनका दूसरा नाता ये है कि वह भारतीय सॉफ़्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं.
अक्षता मूर्ति नारायण मूर्ति की बेटी हैं. वहीं ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं. ऋषि का जन्म हैंपशायर में हुआ. उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की तथा यहीं से डिग्री हासिल की. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स से की और फिर बाद में एक निवेश फ़र्म की स्थापना की.
3. सऊदी अरब में 3 साल से फंसा उत्तर प्रदेश का युवक ! कंपनी का एग्रीमेंट खत्म… सुनाई अपनी आपबीती
सऊदी अरब एक ऐसा देश है जहाँ दुनिया भर के प्रवासी काम किया करते हैं. यहाँ जाकर रोज़गार कमाना लोगों का सपना हुआ करता है. मगर यहाँ जाने के बाद यदि कामगार नियम-कानून के मुताबिक न रहे तो उन्हें परेशानियों से भी झूझना पड़ता है. मगर बहुत बार कंपनी भी धोखा देती है और कामगार वहां फंस जाते हैं. ठीक वैसे ही उत्तर प्रदेश के भदोही जिले का एक युवक सऊदी अरब के जेद्दा शहर में पिछले कई महीनों से फंसा हुआ था.
एग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी जिस कंपनी में वह काम कर रहा था वो कंपनी युवक को घर नहीं आने दे रहा था. साल 2019 में भदोई ज़िले के सोनपुर गांव के राकेश उपाध्यक्ष सऊदी अरब एक कंपनी में प्लम्बर की नौकरी करने गए थे. वहां पैसे कमाकर भारत पैसा भेजते थे ताकि उनके परिवार का गुज़ारा हो सके. वो मेहनत बहुत करते थे मगर उन्हें वेतन बहुत कम मिलता था और तो और जब कंपनी से एग्रिमेंट खत्म हो गया तो उसे अपने देश जाने से रोका गया.
कंपनी के अधिकारियों ने उसके सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए थे. राकेश ने कहा कि अभी तक उसके साढ़े तीन लाख रुपयों का भुगतान कंपनी ने नहीं किया है. युवक के परिजनों ने भदोही जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया. विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास के ज़रिये युवक की घर वापसी कराई है.
4. श्रीलंका के राष्ट्रपति “Gotabaya Rajapaksa” सिंगापुर से भाग कर जा रहे हैं सऊदी अरब
श्रीलंका में इन दिनों हालात बद से बदतर हो चुके हैं. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश से भाग जाने के बाद माहौल और भी खराब हो चुका है. गोटाबाया राजपक्षे देश से भागकर पहले मालदीव पहुंचे और फिर खबर आई कि वो वहां से सिंगापुर भागे हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो गोटाबाया सिंगापुर से सऊदी अरब रवाना हो सकते हैं.
श्रीलंका के सरकारी सूत्रों ने बताया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर के रास्ते में हैं वो कुछ समय के लिए सिंगापुर में रुकेंगे. वहीँ एक और रिपोर्ट ये भी आ रही है कि राजपक्षे सिंगापुर के रास्ते सऊदी अरब जा रहे हैं.
बिना किसी विस्तृत जानकारी के सूत्रों ने बताया कि श्रीलंका में कई महीनों से बढ़ रहे आर्थिक संकट और विरोध प्रदर्शनों के बाद गोटाबाया राजपक्षे के देश से भागे और उनके इस्तीफा देने की समयसीमा खत्म हो चुकी है. राजपक्षे एक सऊदी अरब की एयरलाइन ले रहे हैं.” राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और उनकी पत्नि जिन्होंने मालदीव छोड़ा था.
5. सऊदी अरब के युवा नामर्दी से जुड़ी दवाओं का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं ! सुनकर रह जाएंगे दंग
अरब देश मिस्र में रहने वाले एक व्यक्ति हबाशी ने अपना नाम यौन इच्छा से जुड़ी प्राकृतिक दवाईयों में बनाया है. राजधानी काहिरा में कामोत्तेजक और प्राकृतिक यौन इच्छा बढ़ाने के लिए इस दुकानदार ने बहुत लोगों का इलाज किया है. मगर कुछ सालों में उन्होंने अपने ग्राहक से कुछ अलग ही तरह की मांग देखी है.
दुकानदार हबीशी ने कहा कि “अब ज़्यादातर पुरुष नीली गोलियां ले जा रहे हैं जो पश्चिम की कंपनियों से आती हैं.” अरब देशों के युवा पुरुष सिल्डेनाफिल (जो व्यावसायिक रूप से वियाग्रा के रूप में जाना जाता है), वार्डेनाफिल (लेविट्रा, स्टैक्सिन) और ताडालाफिल (सियालिस) जैसी ड्रग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. मिस्र और बहरीन की सड़कों पर जिस किसी भी व्यक्ति से ये पूछा कि क्या वो इरेक्टाइल से जुड़ी समस्याओं के कारण इसे ले रहे हैं तो ज़्यादातर युवा पुरुषों ने साफ़ इनकार कर दिया और बहुत ने तो कहा कि उन्होंने ऐसी कोई चीज़ नहीं सुनी है.
वास्तव में, 2012 में हुई एक स्टडी के मुताबिक अरब देशों में प्रति व्यक्ति एंटी इम्पोटेंसी ड्रग के मामले में मिस्र सबसे बड़ा उपभोक्ता है. सऊदी अरब इस लिस्ट में सबसे ऊपर है. सऊदी के एक सूत्र ने तब अनुमान लगाया था कि सऊदी अरब ने यौन इच्छा जगाने वाली गोलियों पर सालाना 1.5 बिलियन डॉलर खर्च किए थे. उसके मुताबिक, सऊदी अरब में इसकी खपत रूस की तुलना में लगभग 10 गुना थी. मिस्र अब भी शीर्ष स्थान पर मौजूद है.
6. सऊदी रियाल को कम दाम पर देने का झांसा देकर ठगी ! भारतीय कामगार पैसों का लेनदेन करने से पहले सावधान
सऊदी अरब की मुद्रा रियाल को कम दाम पर देने का झांसा देकर एक ब्यूटी पार्लर चलाने वाले को ठग लिया गया था, ठगने के नाम पर महिला ठग ने पार्लर चलाने वाले से 3 लाख रूपए ऐंठे थे. पार्लर संचालक ने अपनी बीवी के ज़ेवर को गिरवी रखकर ठग को पैसे दिया था. बाद में सुचना पुलिस को मिलने के बाद महिला को खोजने में जुट गयी.
इंस्पेक्टर पटेलनगर रविंद्र यादव ने बताया कि मामले को लेकर तिलकराम निवासी करनपुर ने तहरीर दी। ये वाकिया पिछले साल 2021 की है. उनका करनपुर में ही ब्यूटी पार्लर है। 17 दिसंबर को सना नाम की महिला उनके पार्लर पर पहुंची। उसने पार्लर संचालक को एक्सेचेंज में मदद के लिए सऊदी करेंसी का एक नोट दिया। उसे पीड़ित ने एक्सेचेंज कराया तो 950 रुपये मिले।
इसके बाद महिला ने कहा कि उसके पास 1600 नोट हैं। उसने यह रकम देने के लिए तीन लाख रुपये मांगे। पार्लर संचालक को लगा कि इतने नोट बदलते ही उसे 15 लाख रुपये से ज्यादा रकम मिल जाएगी और ऐसी लालच में वो ठगा गया. लालच में उसने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर तीन लाख रुपये का गोल्ड लोन ले लिया। यह रकम उसने महिला के बताए व्यक्ति को दी। वह व्यक्ति एक बैग देकर चला गया। बैग खोला तो उसमें नोट की जगह रद्दी गड्डी राखी हुई थी.
7. सऊदी अरब में अब भारतीय नहीं कर सकेंगे ये 12 काम, बदल गए ये सारे नियम
भारत समेत कई ऐसे देश हैं जो सऊदी अरब अधिक से अधिक रोज़गार कमाने जाते हैं. वहां कमाकर पैसा वे भारत में रह रहे अपने परिवार को भेजते हैं ताकि उनका जीवन सही से गुज़र सके. भारतीयों का तो सऊदी अरब और दुबई ही सबसे बड़ा ठिकाना है। मगर अब सऊदी में भारतीयों के लिए काम की गुंजाइश कम होती जा रही है।
यहां सरकार ने बाहर से आने वाले वर्कर्स के लिए 12 सेक्टर्स में नौकरी करने पर रोक लगा दी है, जिससे सऊदी में रह रहे 30 लाख भारतियों पर बड़ा असर पड़ सकता है. वैसे सऊदी अरब विज़न 2030 पर जमकर काम कर रहा है और इस विज़न में सबसे ज़्यादा लोगों को रोज़गार देने पर ही ध्यान दिया जा रहा है. ये साल 2021 में ही लांच कर दिया गया था.
इन सभी सेक्टर में लगी है रोक
सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने में लगे हैं और एक अलग ही रूप देना चाहते हैं.
सरकार नए विजन के तहत परफ्यूम, कपड़े, बैग्स, जूते और ऐसी तमाम शॉप्स पर महिलाओं को रोजगार देना चाहती है, ताकि उनकी भी भागीदारी हो सके।
ऐसे में 12 सेक्टर्स में विदेशियों के काम करने पर रोक लगाई जा रही है। ये पाबंदियां लागू भी हो चुकी है.
इनमें घड़ी की दुकान से लेकर चश्मे की दुकान, मेडिकल इक्विपमेंट स्टोर, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक शॉप्स, कार स्पेयर पार्ट्स आउटलेट तक कई सेक्टर्स शामिल हैं।
इसके लिए लेबर एंड सोशल डेवलपमेंट मिनिस्टर डॉ. अली अल गफीस ने इसी साल की शुरुआत में एक आदेश जारी किया था।
इस फैसले का असर सऊदी में रह रहे 30 भारतीयों के साथ-साथ 1 करोड़ 20 लाख विदेशी वर्कर्स पर भी पड़ेगा।
सऊदी अरब में 30 लाख भारतीय किंगडम रहने वाली सबसे बड़ी विदेशी कम्युनिटी है। इनमें से ज्यादातर ब्लू कॉलर वर्कर हैं।
8. सऊदी अरब पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति “जो बाइडेन” ! प्रिंस ने पर्पल कार्पेट बिछवाकर किया जमकर स्वागत
सऊदी अरब में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एंट्री कर चुके हैं और एंट्री दौरान सऊदी अरब हुकूमत ने उनका बहुत ही अच्छे से इस्तकबाल किया। बाइडेन के स्वागत के लिए पर्पल कारपेट बिछाया गया है. सऊदी अरब ने आधिकारिक मेहमानों के स्वागत के लिए लाल की जगह वायलेट कार्पेट को चुना है.
वसंत के दौरान, सऊदी अरब के रेगिस्तान और उसके पहाड़ी क्षेत्रों को अल-खुज़ामी फूलों से सजाया जाता है। यह फूल बैंगनी रंग का होता है। इसलिए पर्पल रंग का कार्पेट बिछाया गया है. वहीँ सऊदी अरब ने इजरायल से आने वाली फ्लाइट को अपने एयर स्पेस में आने की मंजूरी दे दी है। पश्चिमी एशिया के दौरे पर पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सऊदी यात्रा से ठीक पहले फ्लाइट बैन हटाने का ऐलान किया गया था।
बाइडन ने चेतावनी दी कि ईरान को लेकर उनका सब्र अब खत्म हो रहा है और उन्हें आशा है कि ईरान फिर से परमाणु डील में शामिल होगा। राष्ट्रपति बनने के बाद पश्चिम एशिया के पहले दौरे पर बाइडन ने ईरान को यह चेतावनी दी। इस बीच सऊदी अरब के ऐलान को मुस्लिम देशों के अगुवा और इजरायल के बीच संबंधों में सुधार हो रहा है। वह भी तब जब सऊदी अरब ने अभी तक इजरायल को मान्यता नहीं दी है। यही नहीं सऊदी अरब पर आरोप है कि वह अपनी पाठ्य पुस्तकों और कुछ इमामों की तकरीर में इजरायल के खिलाफ भावनाओं को भड़काता है।
9. शारजाह से भारत आ रही एयर अरबिया फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम खराब ! 222 यात्रियों की जान हलक में अटकी
कोच्चि हवाई अड्डे पर आज इमरजेंसी लगा दी गयी थी क्यूंकि शारजाह से आ रही एक फ्लाइट्स में अचानक खराबी आ गयी. दरअसल एयर अरबिया की एक फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम खराब हो गया था. हालांकि, विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई और सभी यात्री और केबिन क्रू को बचाया गया.
बीते कुछ दिनों से यात्री विमानों में खराबी की लगातार खबरे आ रही हैं। ऐसे में एयर अरेबिया के इस विमान में खराबी की खबर ने लोगों को और भी डरा कर रख दिया है. एयर अरेबिया की उड़ान G9-426 को शाम सात बजकर 13 मिनट पर हवाई अड्डे पर उतरना था। विमान का हाइड्रोलिक सिस्टम पूरी तरह से खराब होने के बाद हवाई अड्डे पर संपूर्ण रूप से आपातकाल की घोषणा कर दी गयी।
बाद में विमान सुरक्षित रूप से रनवे नंबर-09 पर शाम 7 बजकर 29 मिनट पर उतर गया। केवल विमान को टो करने की जरुरत पड़ी। इसके बाद 8 बजकर 22 मिनट पर हवाई अड्डे से आपातकाल हटा लिया गया. विमान में कुल 222 यात्री सवार थे और ये सभी सुरक्षित हैं.
10. सऊदी अरब हुकूमत का बड़ा बदलाव, अब अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे भारतीय कामगार
सऊदी अरब सरकार ने अपने भारतीय प्रवासी कामगारों को बड़ी राहत दे दी है. दरअसल सऊदी अरब ने अपने कफाला सिस्टम को हटाकर नया कफाला स्पॉन्सरशिप सिस्टम लागू कर दिया है. इसके तहत अब वहां रहकर काम करने वाले भारतीय कामगार अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे. इसका फायदा दूसरे देशों के भी कामगारों को मिलेगा.
अब ये लोग अपने देश भी खुद के अनुसार आ-जा सकेंगे. इस नए कफाला स्पॉन्सरशिप सिस्टम कोपिछले साल 2021 में ही लागू कर दिया गया है. इस सिस्टम के तहत अब कामगारों के लिए नौकरी देने वाली कंपनी या मालिकों की ओर से दुर्व्यवहार किए जाने और शोषण की स्थिति में कम वेतन मिलने पर उसी नियोक्ता के साथ काम करते रहने की पाबंदी हटा दी गई है.
इन सुधारों के तहत विदेशी कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह काम करने, नौकरी छोड़ने, देश में फिर से प्रवेश करने और अपने नियोक्ता की सहमति के बिना अंतिम निकासी वीजा सुरक्षित करने की अनुमति दी जाएगी. सऊदी अरब में रह रहे मजदूर अब सीधे तौर पर सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन कर सकेंगे. नए कफाला स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम के तहत कंपनी के मालिकों के साथ होने वाले कॉन्ट्रैक्ट को अब ऑनलाइन रखा जाएगा.