दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र और संबंधित अधिकारियों को स्पाइसजेट एयरलाइंस के संचालन को रोकने के लिए निर्देश देने की मांग की गई है। ऐसा इसलिए क्यूंकि spicejet विमान में लगातार तकनीकी खराबी जैसी घटनाएं सामने आ रही है. आज सोमवार को दिल्ली पीठ के मुख्य न्यायाधीश याचिका पर सुनवाई करेंगे।
जानिये कब तक लगी रहेगी रोक
साथ ही याचिका में यात्रियों की सुरक्षा चिंता को देखते हुए उन यात्रियों को उचित मुआवजा की भी मांग की गयी है. याचिका अधिवक्ता राहुल भारद्वाज और उनके चार साल के बेटे ने दायर की है। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय, डीजीसीए और अन्य को एक विशेष फास्ट ट्रैक आयोग गठित करने का निर्देश देने की मांग की है. स्पाइसजेट एयरलाइंस का संचालन तब तक रोकने की मांग की है, जब तक सुरक्षा के पैमानों का पालन नहीं किया जाता।
स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने कही बड़ी बात
याचिका में आरोप लगाया है कि एयरलाइनों ने कानून के शासन के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन किया है, जिसमें यात्रियों को जिंदगी दाव पर लग गयी. वहीँ स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने हाल ही में एएनआई से कहा कि स्पाइसजेट 15 वर्षों से एक सुरक्षित एयरलाइन चला रहा है। जिस तरह की घटनाओं के बारे में बात की जा रही है, वह तुच्छ हैं और एयरलाइनों में दैनिक आधार पर होती हैं। औसतन ऐसी 30 ऐसी घटनाएं हर दिन सामे आती हैं।
पिछले कुछ दिनों में 9 घटनाएं, जानिए कब कब हुई घटनाएं :
5 जुलाई को भी स्पाइस जेट बोइंग 737 मालवाहक (कार्गो विमान) को वापस कोलकाता में लैंड कराया गया। यह विमान कोलकाता से चीन के चोंगकिंग जा रहा था।
2 जुलाई को दिल्ली से जबलपुर जा रहे स्पाइसजेट के विमान में आई थी गड़बड़ी
25 जून को पटना से गुवाहाटी जा रहे स्पाइसजेट के विमान में मिली दिक्कत
19 जून को पटना से दिल्ली जा रहे स्पाइसजेट के विमान में आई थी परेशानी
इस 11 जुलाई को स्पाइसजेट B737 एयरक्राफ्ट VT-SZK को मैंगलोर से दुबई भेजा गया था ओर इसे वापस भारत आना था।