भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात पर बैन लगाने के बाद अब एक और बड़ा फैसला सुनाया है जहाँ ब्रोकन राइस यानी टूटे चावल के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा देने का फैसला किया है. यानी कि इन चावलों को विदेशों में एक्सपोर्ट करना बैन कर दिया गया. खाड़ी देशों जैसे UAE में भी इसका असर देखने को मिलेगा क्यूंकि वहां भी चावलों का exportation बड़ी तादाद में हुआ करते हैं.
India bans export of broken rice with immediate effect
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— ANI Digital (@ani_digital) September 9, 2022
ब्रोकन राइस यानी टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध
कृषि मंत्रालय के अनुसार, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक दक्षिण एशियाई देश भारत में चावल का कुल रकबा इस सीजन में अब तक 12% गिर गया है। देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने ये फैसला किया है। नोटिफिकेशन में बताया गया है कि ब्रोकन राइस यानी टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
कई इलाकों में कम बारिश की वजह से इस साल चावल का उत्पादन होगा प्रभावित
माना जा रहा है कि देश के कई इलाकों में कम बारिश की वजह से इस साल चावल का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। हालात को मद्देनजर भारत में अब खाद्य सुरक्षा के लिए गेहूं और चीनी के बाद ब्रोकन राइस यानी टूटे चावल के निर्यात को भी प्रतिबंधित किया गया है। बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल एक्सपोर्टर है। लेकिन पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे चावल उत्पादन वाले प्रमुख राज्यों में औसत से कम बारिश ने चावल की पैदावार को लेकर चिंता बढ़ा दी है.