आज 25 अगस्त की अरब देशों की 10 बड़ी खबरें जानिये विस्तार से !

1. UAE से कुल 80 पाकिस्तानियों को किया गया बेदखल ! लगा दी इतनी बड़ी शर्त, क्या भारतीयों की अगली बारी

संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले पाकिस्तानी प्रवासियों की मुश्किलें बढ़ गयी है, जहाँ अमीरात सरकार ने उनके एंट्री करने पर एक बड़ी शर्त लागू कर दी है जिसपर खड़ा उतरना मज़दूरों के लिए एक बड़ी चुनौती है. नए फैसले में यूएई ने कहा है कि सभी पाकिस्तानी यात्रियों को कम से कम 5 हजार दिरहम साथ लेकर यूएई आना होगा. यानी कि उनके बैंक एकाउंट्स में इतनी रकम का होना अनिवार्य है तभी उन्हें अमीरात प्रवेश मिल सकेगा.

इस फैसले के चलते पाकिस्तान की ओपन मार्केट पर भी पड़ रहा है. जहाँ पाकिस्तान की ओपन मार्केट में दिरहम की कमी हो गई है. इसी के चलते ओपन मार्केट में पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले डॉलर का दाम बढ़ गया है. एक्सचेंज कंपनीज एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान के अध्यक्ष मलिक बोस्तान ने बताया कि पाकिस्तान से प्रतिदिन 21 फ्लाइट दुबई में लैंड होती हैं. जिनमें करीब 4200 लोग हर रोज सवार होकर दुबई पहुंचते हैं.

इन सभी लोगों को हर रोज करीब 21 मिलियन दिरहम की जरूरत पड़ रही है. बता दें कि हाल में यूएई से पाकिस्तान के 80 लोगों को वापस भेज दिया गया था, क्योंकि नकली रिटर्न टिकट सहित कई चीजें इनके पास मौजूद थीं. इन्हें वापस भेजने के साथ दुबई की तरफ से इस्लामाबाद में जानकारी देते हुए बताया गया कि जो भी पाकिस्तान के लोग दुबई आ रहे हैं, अब उनके पास वैलिड वर्क वीजा और 5 हजार दिरहम व पाकिस्तान की वापसी का एक रिटर्न टिकट भी होना चाहिए.

2. क्या आप जानते हैं दुबई में ऐसे ATM भी हैं, जिसमें से निकलते हैं सोने के बिस्किट और सोने के सिक्के !

दुनिया में पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र दुबई गोल्ड का भी एक बड़ा हब है. यहां की सरकार सोने पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाती है, यह भी यहां सस्ता सोना मिलने का एक प्रमुख कारण है। यहां का दिएरा एक ऐसी जगह है, जहां गोल्ड सूक एरिया गोल्ड शॉपिंग का हब माना जाता है.

वहीँ दुबई में ऐसे ATM भी हैं, जिसमें से गोल्ड बार यानी सोने के बिस्किट और सोने के सिक्के निकलते हैं. इस मशीन पर भी सोने की मोटी लेयर चढ़ी होती है और यहां कस्टमर्स को 24 कैरेट के गोल्ड क्वाइन और गोल्ड के बिस्किट के कई ऑप्शन मिलते हैं. यह रोचक फैक्ट्स है जिसकी जानकारी दुबई के नागरिक और प्रवासियों को भी रखनी चाहिए।

गोल्ड ATM अब 7 देशों: जर्मनी, इटली, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, यूएसए और संयुक्त अरब अमीरात में उच्च सुरक्षा स्थानों पर उपलब्ध हैं। गोल्ड एटीएम एटीएम से मिलते-जुलते हैं, जिनका उपयोग बैंक नकदी निकालने के लिए करते हैं, लेकिन इनमें कई अतिरिक्त विशेषताएं शामिल होती हैं.

dubai atm gold

दुनिया भर में ऐसी लगभग 50 मशीनें हैं, जिनमें बुर्ज खलीफा के प्रवेश द्वार पर एक-एक और 124वीं मंजिल पर एट द टॉप व्यूइंग प्लेटफॉर्म शामिल है। अबू धाबी में अमीरात पैलेस होटल में एक और गोल्ड-टू-गो स्थापित किया गया है.

पहली गोल्ड प्लेटेड वेंडिंग मशीन अबू धाबी में अमीरात पैलेस होटल की लॉबी में स्थित थी, जिसमें 10 ग्राम सोने की सलाखों और अनुकूलित सोने के सिक्कों सहित सोने से बनी 320 वस्तुओं का वितरण किया गया। वर्तमान में पूरे यूरोप और पेरू में छह वेंडिंग मशीनें स्थापित हैं।

3. सऊदी अरब ताइफ़ रोड पर हादसा, Passengers बस और मालवाहक ट्रक में हुई ज़ोरदार टक्कर ! इतनों की मौत 11 ज़ख़्मी

सऊदी अरब में दो बड़े सड़क हादसे की खबर सामने आयी है जिसमे पहला हादसा तैफ रियाज रोड पर एक गल्फ पैसेंजर बस एक मालवाहक ट्रक से टकराने से हुआ. ये हादसा ताइफ की ओर अल-नसैफ पुल के पास हुआ। हादसे में 2 लोगों की मौत और 11 घायल हो गए.

सऊदी रेड क्रिसेंट ने एक बयान में कहा कि “मक्का क्षेत्र के ऑपरेशन रूम ने सूचना मिलने के तुरंत बाद ग्यारह सहायता टीमों को घटनास्थल पर भेजा।” महिलाओं के अलावा उनके दो बच्चे भी हैं। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को अल्मिया अस्पताल और जालम अस्पताल में भर्ती कराया गया।

वहीँ दूसरा हादसा मक्का क्षेत्र में अल लैथ, ग़मीकाह रोड पर हुआ, इसमें भी दो युवकों की मौत हो गई और एक घायल हो गया। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। शुरुआती खबरों में कहा गया है कि हादसा एक ट्रॉलर और एक वाहन की टक्कर के कारण हुआ। सऊदी अरब में कल बुधवार को हुए दो सड़क हादसों में कुल चार लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए.

4. सऊदी अरब में लगा ‘रियाद होमकमिंग’ मेला, नागरिक समेत भारतीय भी ले रहे हिस्सा !

सऊदी अरब की राजधानी में ‘रियाद होमकमिंग’ उत्सव आयोजित किया गया, जिसमें शैक्षिक, अध्ययन और मनोरंजन गतिविधियाँ शामिल हैं. इस मेले में सऊदी और भारतीय, पाकिस्तानी नागरिकों सहित बड़ी संख्या में विदेशी भाग ले रहे हैं।

बता दे कि सऊदी जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी द्वारा राजधानी रियाद में आयोजित, मेले ने विज्ञान, कला और अंतरिक्ष के मॉडल के माध्यम से बच्चों और वयस्कों के लिए एक शैक्षिक और अध्ययन वातावरण सौंपा है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग म्यूजिक शो, सिनेमा हॉल और अन्य मनोरंजन गतिविधियों का लुत्फ उठा रहे हैं।

मेले में भाग लेने वाले पाकिस्तानियों का कहना है कि राजधानी रियाद में यह अपनी तरह का एक अनूठा मेला है, जिसमें वयस्क बच्चों के साथ-साथ शैक्षिक प्रदर्शनियों और मनोरंजन गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं.

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5. सऊदी अरब में अवैध प्रवासियों के लिए हुकूमत ने सूना दी खुशखबरी, उनके बच्चे को नए साल में मिलगी इजाज़त !

सऊदी शिक्षा मंत्रालय ने देश में अवैध रूप से रहने वाले अप्रवासियों के बच्चों को स्कूल के नए Session शुरू होने पर एडमिशन देने की अनुमति दे दी है. शिक्षा मंत्रालय का आगे कहा कि सरकारी स्कूल प्रशासन को अवैध रूप से रहने वाले विदेशियों के बच्चों को प्रवेश पत्र देना चाहिए और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित राज्यपाल से संपर्क करने का निर्देश देना चाहिए.

शासन से मंजूरी के बाद फॉर्म स्कूल में जमा करना होगा। शिक्षा मंत्रालय ने राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों के प्रशासन को प्रत्येक शैक्षणिक क्षेत्र में नामांकित छात्रों के आंकड़े मासिक आधार पर उपलब्ध कराने को कहा है. रिपोर्टों में कहा गया है कि अवैध रूप से रहने वाले विदेशियों के बच्चों को स्कूलों में प्रवेश देने के लिए प्रवेश फॉर्म नियम निर्धारित किए गए हैं.

फॉर्म में छात्र और उसके माता-पिता का details दर्ज करना होगा। जानकारी पासपोर्ट या इकामा या विज़िट वीज़ा के अनुसार दर्ज की जाएगी। स्थायी निवास का पता, आवश्यक संपर्क जानकारी भी दर्ज की जानी चाहिए। इसके अलावा, बच्चे के अभिभावक को एक हलफनामा भी जमा करना होगा कि उसके पास कानूनी निवास नहीं है और वह शैक्षणिक वर्ष के दौरान अपने प्रवास को कानून के दायरे में लाने के लिए आवश्यक पहचान दस्तावेज प्राप्त करेगा।

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6. सऊदी अरब में भारतीयों पर लगा कड़ा नियम, एंट्री करने के बाद इस नियम को फॉलो… देखिये लिस्ट

सऊदी अरब में फिलहाल कोरोना वायरस बहुत हद तक कण्ट्रोल हो चुका है और ऐसे में देश में एंट्री करने के नियमों में बदलाव करा गया है. जब कोरोना अपने चरम पर था तब सऊदी अधिकारियों ने यात्रा से नियमों को टाइट कर दीया था जिसके बाद धीरे धीरे ढील दी गयी.

अभी फिलहाल संक्रमण में काफी हद तक कमी देखी जा रही है जिसके बाद कई तरह की छूट दी गई है. ये खबर आपके लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है तो एक बार आगे ज़रूर पढियेगा। बताते चलें कि जो नागरिक सऊदी से बाहर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं उन्हें दूसरे डोज के बाद 3 नहीं बल्कि 8 महीने बाद बूस्टर यानी कि तीसरा डोज लेना जरूरी है। जिन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन नहीं लेने की कैटेगरी में रखा गया है उनपर यह नियम लागू नहीं होता है।

ज्यादातर मामले में Masjid Al-Haram (Makkah’s Grand Mosque) और Masjid Al-Nabawi (Prophet’s Mosque) को छोड़कर बाकी स्थानों पर मास्क लगाने की अनिवार्यता को हटा लिया गया है। साथ ही प्रतिष्ठानों में जाने के लिए Tawakkalna application पर Immune health status भी अब जरूरी नहीं है.

7. सऊदी अरब में हो गया मधुबन के युवक का हार्ट अटैक ! परसो शव आया भारत… सभी फूट-फूटकर रोए

एक बार फिर से उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आयी है, जहां मधुबन के सिकरी कोल के रहने वाले निवासी का शव सऊदी अरब से भारत आया है. जिसके बाद पूरे गाँव में कोहराम मच गया.

थाना क्षेत्र के सिकड़ीकोल निवासी जितेंद्र यादव का शव मंगलवार की रात सऊदी अरब से गांव पहुंचा तो परिजन बिलख पड़े। सांत्वना दे रहे लोगों की आंखे भी नम हो उठीं। जितेंद्र यादव सऊदी में एक कंपनी में काम करते थे। बताया जा रहा है कि 14 अगस्त को ही उन्हें हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उनकी मौत हो गयी.

परिवारजनों को जैसे ही इस घटना की सुचना मिली तो उन्होंने सरकार से गुहार लगाकर शव को भारत मंगवाया। इनकी गुहार सरकार ने सुनी और केंद्र सरकार के हस्तक्षेप पर मंगलवार की देर शाम शव पैतृक गांव पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। पत्नी निर्मला, पिता दशरथ सहित तीन बेटों के करूण क्रंदन से हर आखें नम हो उठीं। देर रात अंतिम संस्कार दोहरीघाट मुक्तिधाम पर किया गया।

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8. सऊदी हुकूमत ने लागू किया चार लाख रियाल का जुर्माना और दो साल का जेल ! भूलकर भी ऐसा करना…

सऊदी पब्लिक प्रॉसिक्यूशन ने कहा है कि “कीमती धातुओं या खनिजों जैसे सोने चांदी में मिलावट के लिए दो साल की कैद और 400,000 रियाल तक का जुर्माना तय है”. पब्लिक प्रॉसिक्यूशन ने ट्विटर पर एक बयान में कहा कि “कीमती धातुओं के वजन या कैरेट के साथ छेड़छाड़ एक दंडनीय अपराध है.

पब्लिक प्रॉसिक्यूशन का कहना है कि ‘स्थानीय व्यापारी जब भी कीमती धातु बेचते हैं, तो आभूषणों में प्रयुक्त धातु की मात्रा और कैरेट के अनुपात पर मुहर लगा देनी चाहिए। बयान में, लोक अभियोजन ने कहा कि “कोई भी व्यक्ति जो किसी भी कीमती धातु के कैरेट या वजन या प्रकृति को गलत साबित करता है उसे कारावास या जुर्माना से दंडित किया जाएगा। इसलिए ऐसा कोई भी गैर क़ानूनी काम करने से पहले सावधान रहे.

9. पासपोर्ट डैमेज करने वाले दो भारतीयों पर लगा भारी जुर्माना ! कतई न करें ऐसा… 

एक मामला भोपाल से सामने आया है जहाँ भोपाल में एक व्यक्ति की पासपोर्ट पर उनकी बेटी ने लाइन और ड्राइंग बना दिया था जिसके बाद उन्हें 1500 रुपए जुर्माना देना पड़ा। इसके अलावा मालदीव अपनी प्रेमिका से मिलकर जब एक भारतीय वापस लौटा तो उसने ट्रैवल हिस्ट्री वाला पन्ना फाड़ दिया ताकि उसकी पत्नी को इस बारे में कुछ पता न चले।

लेकिन इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया क्योंकि उसने पासपोर्ट को क्षति पहुंचाई थी। इसीलिए अगर आप विदेश में काम करने जाते हैं तो अपने पासपोर्ट का खास ख्याल रखें। पासपोर्ट पर केवल वीजा या पासपोर्ट ऑफिस को ही लिखने का अधिकार होता है, इसके अलावा अगर कोई और कुछ भी लिखता है तो पासपोर्ट को डैमेज माना जाता है।

indian passport

10. अब ट्रांसजेंडर को भी पायलट की नौकरी, मिली मंज़ूरी ! Adam Harry बने भारत के पहले Transgender Pilot

जैसा कि भारत के नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने पिछले महीने जुलाई में ही एक ताज़ा घोषणा कर दी थी कि अब पायलट की नौकरी ट्रांसजेंडर को भी दी जायेगी। भारत के पहले ट्रांसजेंडर पायलट ‘एडम हिलेरी’ के मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ट्रांसजेंडर लोगों को पायलट का लाइसेंस देने पर अब कोई प्रतिबंध नहीं है. दरअसल डीजीसीए ने पहले हिलेरी को मेडिकल जाँच के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया था.

DGCA ने चिकित्सा सेवा महानिदेशालय के ग्रुप कैप्टन वाईएस दहिया का हस्ताक्षरित एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि डीजीसीए ने हिलेरी को व्यावसायिक पायलट का लाइसेंस देने से कभी इन्कार नहीं किया। ट्रांसजेंडर लोगों के लाइसेंस हासिल करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यह जरूरी है कि वह विमानन नियम 1937 के तहत उम्र, शिक्षा और चिकित्सा जैसे अन्य मानदंड पूरे करता हो। लाइसेंस लेने के लिए मेडिकल फिटनेस बेहद जरूरी है।

ट्रांसजेंडर व्यक्ति के लिए चिकित्सा मूल्यांकन होना आवश्यक है। साथ ही अगर कोई प्रतिकूल प्रभाव न हो तो हारमोन थेरेपी का इस्तेमाल कोई अयोग्यता नहीं है। डीजीसीए के मुताबिक हिलेरी के मामले में चिकित्सा को लेकर विश्वस्तरीय दिशा-निर्देशों का पालन किया गया है. तब जाकर उन्हें लाइसेंस दिया गया.

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